नमस्कार दोस्तो, यदि आप भूगोल विषय के जानकार है, या फिर आपको नॉर्मल भी जीके की जानकारी है, तो आपको भारत से गुजरने वाली कर्क रेखा के बारे में तो जरूर पता होगा, जो भारत के कई अलग-अलग राज्यों से होकर गुजरती है। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि कर्क रेखा किन किन राज्यों से होकर गुजरती है। (kark rekha bharat ke kitne rajya se hokar gujarti hai), यदि आपको इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
हम आपको इस पोस्ट के अंतर्गत हम आपको बताने वाले हैं कि कर्क रेखा किन किन राज्यों से होकर गुजरती है, (kark rekha bharat ke kitne rajyon se hokar gujarti hai), इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।
कर्क रेखा किन किन राज्यों से होकर गुजरती है? (kark rekha kin kin rajyon se hokar gujarti hai)

दोस्तों अक्सर कई कंपटीशन एग्जाम के अंतर्गत यह सवाल पूछा जाता है, कि कर्क रेखा किन किन राज्यों से होकर गुजरती है, तथा बहुत से लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है। यदि आपको भी इस विषय के बारे में जानकारी नहीं है, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि भारत के अंतर्गत से कर्क रेखा कुल 8 राज्यों से होकर गुजरती है।
इन 8 राज्यों की सूची के अंतर्गत गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिमी बंगाल, तिरुपुर तथा मिजोरम में जो राम का नाम शामिल है।
कर्क रेखा क्या है?
दोस्तों यदि बात की जाए की कर्क रेखा क्या होती है, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि करे करे का पृथ्वी के उत्तरी अक्षांश रेखा है, और इस कर्क रेखा के ऊपर सूर्य दोपहर के समय लंबवत चमकता है, और यह घटना जून क्रांति के समय देखने को मिलती है, जब सूर्य उत्तरी गोलार्ध के समक्ष अत्यधिक झुक जाता है। यानी कि जब आप इस समय सूर्य को देखते हैं तो सूर्य आपके सर के ऊपर दिखाई देता है, और यह अनोखी घटना हमें सिर्फ कर्क रेखा के ऊपर ही देखने को मिलती है, तथा यह घटना कर्क रेखा के ऊपर भी सिरप जून के महीने में होती है।
दोस्तों यह कर्क रेखा स्थाई नहीं होती है, समय समय के अनुसार इसमें बदलाव होता रहता है।
कर्क रेखा को कर्क रेखा क्यों कहा जाता है?
यदि आपके मन में भी यह सवाल है, कि करक रेखा को कर्क रेखा क्यों कहा जाता है, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि कर्क रेखा को यह कहने के पीछे का मुख्य कारण यह है, कि जून के समय सूर्य की राशि या फिर सूर्य की स्थिति कर्क राशि में होती है, तो इसी कारण इसको कर्क रेखा कहा जाता है। और जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं, कि कर्क रेखा के ऊपर जून के महीने में ही सूर्य हमे लंबवत दिखाई देता है।
भारत में कर्क रेखा की लम्बाई कितनी है?
कर्क रेखा भारत के 8 राज्यों मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात से होकर गुजरती है। कर्क रेखा की कुल लंबाई 3214 किमी है। 23.4364N पर कर्क रेखा 36,788 किमी (22,859 मील) लंबी है। कर्क रेखा एक काल्पनिक रेखा है जो भारत को मोटे तौर पर दो बराबर भागों में विभाजित करती है।
कर्क रेखा कितने डिग्री की होती है?
कर्क रेखा ग्लोब पर पश्चिम से पूर्व की ओर खींची गई एक काल्पनिक रेखा है, जो उत्तरी गोलार्ध में भूमध्य रेखा के समानांतर 23°26′22″N 0°0″0″W पर है। यह रेखा पृथ्वी पर उन पाँच प्रमुख अक्षांश रेखाओं में से एक है जो पृथ्वी के मानचित्र पर परिलक्षित होती हैं।
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निष्कर्ष
तो इस पोस्ट के अंतर्गत हमने आपको बताया कि कर्क रेखा किन किन राज्यों से होकर गुजरती है, (kark rekha kin kin rajyon se hokar gujarti hai), इसके अलावा इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी अभी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई है, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है।